श्री सांवलिया सेठ / Shree Sanwaliya Seth
श्री सांवलिया सेठ मंदिर उदयपुर राजस्थान से 80 किलोमीटर दूर, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 27 पर है। शहर से कोई भी नियमित बस लेकर या टैक्सी किराये पर लेकर मंदिर तक पहुंचना काफी आसान है , चित्तौड़गढ़ से श्री सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है जिसमे तक़रीबन एक घन्टे का समय लगता है ।
How to Reach at Shree Sanwaliya Seth
सांवरिया सेठ मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ है और चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन से सांवरिया सेठ मंदिर के बीच की दूरी 33 किलोमीटर है। इस स्टेशन पर पहुँचने के लिए जयपुर, नई दिल्ली, रतलाम, इंदौर, भोपाल, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, आगरा और कोटा से दैनिक एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट ट्रेनें उपलब्ध हैं।
सांवरिया सेठ मंदिर का निकटतम हवाई अड्डा महाराणा प्रताप हवाई अड्डा डबोक (UDR), उदयपुर हवाई अड्डा है। भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर और भी बहुत सारे शहरों से दैनिक उड़ानें हैं।
Point of Attraction at Shree Sanwaliya Seth
प्रसिद्ध सांवलिया सेठ मंदिर अपनी सुन्दरता और चम्त्कारिता से यहाँ आने वाले लाखो भक्तो को अपनी और आकर्षित करता है। मंडफिया मंदिर कृष्ण धाम के रूप में चर्चित है। मंडफिया मंदिर देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार के अन्तर्गत आता है। श्री सांवलिया सेठ की महिमा इतनी है की उनके भक्त मनचाही नौकरी पाने से लेकर व्यापार में सफलता पाने के लिए श्री सांवलिया सेठ को अपना हिस्सेदार बनाते हैं और उनके वे सारे काम पुरे हो जाते है।
व्यापारिक क्षेत्र में सांवलियाजी की इतनी ख्याति है कि लोग अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए उन्हें अपना Business Partner बना कर उनका व्यापार का जो भी फायदा होता है उसका तय हिस्सा समय से दानपात्र या मंदिर ट्रस्ट के खाते में ट्रान्सफर कर देते हैं। भगवान् को दान की गई राशि सांवलिया सेठ द्वारा वापिस भक्तो को कई गुना करके लौटा दिया जाता है।
माना जाता है की जिसने भी यहाँ मन्नत माँगी और अपने व्यापार में श्री सांवलिया सेठ का हिस्सा फिक्स कर लिया है उसको अवश्य ही सफलता मिलती हैं।
Shree Sanwaliya Seth History and Architecture
श्री सांवलिया जी मंदिर का दानपात्र माह में एक बार खोला जाता है और प्रतिमाह यहाँ के दानपात्र से करोडो की धनराशी दानस्वरूप आती है, सांवलिया सेठ मंदिर में कई भक्त आते हैं जिनमे से बहुत से NRI भी है जो विदेशों में अर्जित आय में से Shree Sanwaliya Seth का हिस्सा चढ़ाते आते हैं इसलिए दानपत्र से US Dollar, Pound , Dirham, Saudi Riyalआदि के साथ अन्य कई विदेशी मुद्रा भी निकलती है।
गुजरात के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर पिछले कई वर्षो से Shree Sanwaliya Seth मंदिर का नव-निर्माण जारी है। इसमें मुख्य मंदिर के दोनों ओर बरामदों में दीवारों पर बेहद आकर्षक चित्रकारी की गई है। अक्षरधाम की तरह यहां भी मंदिर के बीच खाली मैदान में बगीचा लगाया गया है। यहां विशेषकर उत्तर-पश्चिमी भारत के राज्य जैसे मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 1961 से इस प्रसिद्ध स्थान पर देवझूलनी एकादशी पर विशाल मेले का आयोजन हो रहा है।
श्री सांवलियाजी सेठ मंदिर परिसर एक भव्य सुंदर संरचना है जो गुलाबी बलुआ पत्थर में निर्मित है। मंदिर के गर्भगृह में सेठ सांवलिया जी की काले पत्थर की बनी मूर्ति है जो श्री कृष्ण के काले रंग को दर्शाती है। सांवलिया जी मंदिर के परकोटे में हर एक दीवार पर श्री कृष्ण की हाथ से बने हुई कई सारी चित्रकारी है जो मुख्यतया कैनवास की शीटो पर बनाई गई है।
बात की जाए वास्तुकला की तो प्राचीन हिंदू मंदिरों से प्रेरित खम्भों और दीवारों पर अति सुंदर नक्काशी है और फर्श गुलाबी, शुद्ध सफेद और पीले रंग से बना है। मंदिर परिसर में श्री सांवलिया सेठ के साथ-साथ और भी कई सारे छोटे छोटे मंदिर स्थित है जिसमे भगवान शिव का मंदिर भी है और भी अन्य मंदिर है जिनका दर्शन लाभ मिलता है।
Shree Sanwaliya Seth Darshan/Aarti Timing
Shree Sanwaliya Seth के दर्शन प्रातः 05.30 बजे से मंगला आरती के साथ शुरू होते हैं और दोपहर 12.00 बजे तक चालू रहते है उसके बाद 12.00 बजे से लेकर दोपहर 02.30 बजे तक शयन का समय होता हैं। वही वापिस दोपहर 02.30 बजे आरती और फलाहार के साथ दर्शन वापिस चालू होते हैं जो रात्री 08.00 बजे से लेकर 09.15 तक पूजा-अर्चना, तत्पश्तात भजन संध्या और रात्री 10.45 बजे से शयन आरती के साथ 11.00 बजे बंद होते हैं।
Way of Donation
सांवलिया सेठ मंदिर में अगर आप ऑनलाइन दान करना चाहते है तो निचे दिए QR Code को स्कैन करके या निचे दी गई UPI ID के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान कर सकते है अन्यथा मंदिर जा कर सीधे दानपत्र में नकद राशि भी चड़ा सकते है।
UPI ID- shrisanwaliyaji@indianbk